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My first Kavita

  • Writer: Gopendra Sharma
    Gopendra Sharma
  • Jun 2, 2020
  • 1 min read

आप हमें छोड़के इस तरह ना जाया करिए

इश्क़ का पैगाम इस तरह ना सुनाया करिए

आखों में आंखें डालके यूं ना मुस्कुराया करिए

हमारा दिल लेके यूं ना भाग जाया करिए



इन कातिल निगाहों से हमें ना मार डाला करिए

चाय बनाते समय उसमें इश्क़ का जहर ना मिलाया करिए

इस कमबख्त दुनिया से अपने आप को बचाया करिए

हमारा दिल लेके यूं ना भाग जाया करिए



बार बार फोन करके हमें परेशान ना किया करिए

यारों की भरी महफिल से हमें यूं ना उठाया करिए

सिगरेट के कश लेने पर अपने काल रूप में इस तरह ना आया करिए

हमारा दिल लेके यूं ना भाग जाया करिए


By gopendra sharma

 
 
 

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