शेर Gopendra SharmaJun 3, 20201 min readजब आप ही हमें छो़डके चले गए तो अब इस दुनिया से मेरा क्या राबता
Shayariईश्वर का फरमान सुनाने आया हूं। यहां से उठाकर यमलोक ले जाने ही तो मैं आया हूं अपने हिसाब से जिंदगी जी प्यारे यहां कोई किसी की पैरोकारी...
शायरी मेरी आखों का दर्द नहीं देखा तुमने केवल चेहरे पर हंसी नजर आती है साहब वो मुखौटा है जो मेरे दर्द को छुपाती है हक तुझे दे ही चुका हूं अब कर...
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